कुण्डली में यदि शनि गृह शुभ एवं योग कारक होता हुआ भी शुभ फल प्रकट न कर रहा हो, तो निम्न उपाय लाभ प्रदायक होंगे।
- ‘पञ्चांग दिवाकर’ में लिखी विधि अनुसार नीलम धारण करना शुभ होगा। उसके अभाव में नाव के कील की अँगूठी अथवा काले घोड़े के नाल(खुरी) की अँगूठी बनवाकर मध्यमा अंगुली में धारण करना।
- पंचाग में लिखी विधि अनुसार शनि यन्त्र धारण करना।
- घर में नीले रंग के पर्दे तथा नीले रंग की चादरों का प्रयोग करना और स्वयं भी बहुधा नीले रंग के वस्त्रों का प्रयोग करना शुभ होगा।
- शनि गृह से सम्बंधित जैसे लोहा, लौह पुर्जे, तेल, काली मिर्च, माश(उड़द), काले चने, चमड़ा, रबड़, पैट्रोल आदि वस्तुओं का व्यापार करना तथा व्यापार शनि की होरा में प्रारंभ करना।
- शनिवार के दिन काले माश(उड़द) का प्रयोग करना शुभ होगा।
- शनिवार को माथे पर सरसों के तेल का तिलक लगाना तथा 27 शनिवार सरसों के तेल की मालिश करना।
- लोहे या स्टील के बर्तनों का प्रयोग करना तथा स्वयं भी स्टील का कड़ा धारण करना।
- काला सुरमा जमीन में दबाना, घर में काला कुत्ता या काली गाय अथवा भैंस पालना लाभकारी माना गया हैं।
अशुभ शनि के लिए उपाय लाल किताब के अनुसार
जब कुण्डली में शनि नीच या अनिष्टकर फल प्रकट करता हो तो नीचे लिखे उपाय कल्याणकारी कहें गए हैं-
- शनिवार का व्रत ‘पञ्चांग दिवाकर’ में लिखी विधि अनुसार करते हुए शनि स्त्रोत का पाठ करना।
- काले माश के 7 दाने, 7 काली मिर्च, 7 दाने काले चने, 1 पत्थर का कोयला, 1 चमड़े का टुकड़ा। यह सब नीले रंग के वस्त्र में बाँधकर चलते पानी में बहाना शुभ होगा।
- मीट, शराब, तम्बाकू आदि वस्तुओं का प्रयोग न करना। तथा चाल चलन ठीक रखना।
- स्टील या लोहे की कटोरी में तेल का छाया-पात्र करके तेल पांच शनिवार तक आक के पौधे पर अथवा ‘शनि मंदिर’ में डालना शुभ होगा। पांचवें शनिवार को तेल चढ़ाने के बाद तेल वाली कटोरी को वहीँ दबा देना या चढ़ा देना शुभ होगा।
- घर में काला कुत्ता या भेंस आदि न पालना।
- नीले रंग के वस्त्रों के प्रयोग से परहेज करना।
- सांप के लिए दूध देना, कौओं को रोटी 43 दिन तक डालना, काले रंग की गाय-भैंस की सेवा करना और कुत्तों को दूध-चपाती आदि डालना।
- उड़द(काले माश), नारियल तथा 7 बादाम काले कपड़े में बाँध कर दूध सहित चलते पानी में बहाना।
- काले कपड़े में उड़द, साबुन व स्टील का बर्तन दान करना।
- लोहे की बांसुरी में चीनी भरकर वीराने स्थान पर दबा देना शुभ होगा।
- शिवजी एवं भैरव उपासना भी अनिष्टकर शनि के लिए कल्याणकारी बताई गई है। इत्यादि।