कोई व्यक्ति जब अपने सामने के किसी व्यक्ति अथवा उसकी किसी वस्तु को ईर्ष्यावश देखे और फिर देखता ही रह जाए, तो उसकी नजर उस व्यक्ति या उसकी वस्तु को तुरंत लग जाती है। ऐसी नजर उतारने हेतु विशेष प्रयत्न करना पड़ता हैं अन्यथा नुकसान की संभावना प्रबल हो जाती है।
- बच्चे ने दूध पीना या खाना छोड़ दिया हो, तो रोटी या दूध को बच्चे पर से ‘आठ’ बार उतार के कुत्ते या गाय को खिला दें।
- आधुनिक मान्यता के अनुसार पश्चिमी देशों में नजर लगने की आशंका के चलते ‘टच वुड’ कहकर लकड़ी के फर्नीचर को छू लेते हैं। ऐसी मान्यता हैं कि उससे नजर नहीं लगती।
- एक नींबू लेकर आठ बार उतार कर काट कर फेंक दें।
- गौ-मूत्र पानी में मिलाकर थोड़ा-थोड़ा पिलाए और उसके आस-पास पानी में मिलाकर छिड़क दें। यदि स्नान करना हो तो थोड़ा स्नान के पानी में भी डाल दें।
- थोड़ी-सी राई, नमक, आटा या चोकर और 3, 5 और 7 लाल सूखी मिर्च लेकर, जिसे ‘नजर’ लगी हो, उसके सिर पर सात बार घुमाकर आग में डाल दें। ‘नजर’ दोष होने पर मिर्च जलने की गंध नहीं आती।
- नमक की डली, काला कोयला, डंडी वाली 7 लाल मिर्च, राई के दाने तथा फिटकरी की डली को बच्चे या बड़े पर से 7 बार घुमा कर, आग में डालने से सबकी नजर दूर हो जाती है।
7. तेल की बत्ती जला कर, बच्चे/बड़े/पशु पर से 7 बार उतार कर दोहाई बोलते हुए दीवार पर चिपका दें। यदि नजर लगी होगी तो तेल की बत्ती भभक-भभक कर जलेगी। नजर न लगी होने पर शांत होकर जलेगी।